गोचर और दशा: वैदिक ज्योतिष में उनका महत्व और प्रभाव

गोचर और दशा: वैदिक ज्योतिष में उनका महत्व और प्रभाव

1. गोचर क्या है? : वैदिक ज्योतिष में इसकी परिभाषा और भूमिकागोचर (Transit) वैदिक ज्योतिष का एक महत्वपूर्ण अंग है, जिसे संस्कृत में गोचर-गमन कहा जाता है। यह शब्द मुख्य…
योगों का निर्माण और वैदिक कुंडली में उनकी व्याख्या

योगों का निर्माण और वैदिक कुंडली में उनकी व्याख्या

योगों की परिभाषा और उनके प्रकारवैदिक ज्योतिष में योग एक महत्वपूर्ण अवधारणा है, जो किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में ग्रहों की विशेष स्थितियों और संयोजनों से बनती है। "योग"…
नक्षत्रों की गहराई: भारतीय संस्कृति में नक्षत्रों का ऐतिहासिक और ज्योतिषीय मूल्य

नक्षत्रों की गहराई: भारतीय संस्कृति में नक्षत्रों का ऐतिहासिक और ज्योतिषीय मूल्य

नक्षत्रों का प्राचीन इतिहास और भारतीय मिथकभारत की ज्योतिषीय परंपरा में नक्षत्रों का स्थान अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है। नक्षत्र, जिन्हें अंग्रेज़ी में Lunar Mansions कहा जाता है, भारतीय संस्कृति में…
वैदिक ज्योतिष में भावों का महत्व: जीवन के विभिन्न क्षेत्रों पर प्रभाव

वैदिक ज्योतिष में भावों का महत्व: जीवन के विभिन्न क्षेत्रों पर प्रभाव

1. वैदिक ज्योतिष में भावों की मूलभूत समझभारतीय संस्कृति और परंपरा में वैदिक ज्योतिष (Vedic Astrology) का विशेष स्थान है। यह केवल ग्रहों और नक्षत्रों की स्थिति ही नहीं, बल्कि…
वैदिक कुंडली में ग्रहों की स्थिति का विश्लेषण

वैदिक कुंडली में ग्रहों की स्थिति का विश्लेषण

1. वैदिक ज्योतिष का महत्व और भूमिकाभारतीय संस्कृति में वैदिक ज्योतिष का स्थानवैदिक ज्योतिष, जिसे ज्योतिष शास्त्र भी कहा जाता है, भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न हिस्सा है। यह न…
जन्म कुंडली की संरचना को विस्तार से समझना

जन्म कुंडली की संरचना को विस्तार से समझना

1. जन्म कुंडली का परिचय और उसका सांस्कृतिक महत्वभारतीय संस्कृति में जन्म कुंडली (Janam Kundali) का एक विशेष स्थान है। यह न केवल किसी व्यक्ति के जन्म के समय की…
वैदिक कुंडली: प्रारंभिक परिचय और मूल अवधारणाएँ

वैदिक कुंडली: प्रारंभिक परिचय और मूल अवधारणाएँ

1. वैदिक ज्योतिष का महत्व भारतीय संस्कृति मेंवैदिक ज्योतिष का ऐतिहासिक महत्वभारत में वैदिक ज्योतिष, जिसे ज्योतिष शास्त्र भी कहा जाता है, हजारों वर्षों से प्रचलित है। यह वेदों की…