दशम भाव: करियर, सामाजिक प्रतिष्ठा और आमदनी का केंद्र

दशम भाव: करियर, सामाजिक प्रतिष्ठा और आमदनी का केंद्र

दशम भाव का परिचय और ज्योतिषीय महत्त्वभारतीय वैदिक ज्योतिष में दशम भाव को करियर, सामाजिक प्रतिष्ठा और आमदनी का मुख्य केंद्र माना जाता है। यह कुंडली का दसवां घर होता…
पाप ग्रहों के योग और उनकी शांति के लिए उपाय

पाप ग्रहों के योग और उनकी शांति के लिए उपाय

1. पाप ग्रहों का महत्व और परिभाषाभारतीय ज्योतिष शास्त्र में पाप ग्रहों का विशेष स्थान है। पाप ग्रह वे ग्रह माने जाते हैं, जिनका प्रभाव जीवन में चुनौतियाँ, बाधाएँ एवं…
सिंह राशि के लिए उम्र अनुसार स्वास्थ्य समस्याएँ और सशक्तिकरण के उपाय

सिंह राशि के लिए उम्र अनुसार स्वास्थ्य समस्याएँ और सशक्तिकरण के उपाय

1. परिचय: सिंह राशि के जातकों के स्वास्थ्य का महत्वसिंह राशि, जिसे अंग्रेज़ी में Leo कहा जाता है, भारतीय ज्योतिष शास्त्र में अग्नि तत्व की राशि मानी जाती है। सिंह…
शिक्षा और विद्यार्थियों के लिए राहु-केतु का महत्व: कौन से उपाय करें?

शिक्षा और विद्यार्थियों के लिए राहु-केतु का महत्व: कौन से उपाय करें?

1. राहु-केतु क्या हैं? : वैदिक ज्योतिष में महत्वराहु और केतु भारतीय वैदिक ज्योतिष के दो प्रमुख ग्रह माने जाते हैं, हालांकि ये खगोलीय दृष्टि से वास्तविक ग्रह नहीं हैं,…
राशि के अनुसार प्रमोशन में देरी के संभावित ज्योतिषीय कारण

राशि के अनुसार प्रमोशन में देरी के संभावित ज्योतिषीय कारण

प्रस्तावना : कर्मस्थल पर प्रमोशन की भारतीय सन्दर्भ में महत्वताभारतीय पेशेवर जीवन में पदोन्नति या प्रमोशन सिर्फ आर्थिक लाभ या पद की वृद्धि का संकेत नहीं है, बल्कि यह समाज…
ग्रहों की दृष्टि: वैदिक दृष्टि नियमों की विवेचना

ग्रहों की दृष्टि: वैदिक दृष्टि नियमों की विवेचना

1. वैदिक ज्योतिष में ग्रहों की भूमिकाग्रहों का महत्व वैदिक ज्योतिष मेंवैदिक ज्योतिष, जिसे पारंपरिक रूप से ज्योतिष शास्त्र कहा जाता है, भारतीय संस्कृति और जीवनशैली का अभिन्न हिस्सा है।…
जानिए कैसे राहु और केतु नौकरी के बदलाव को प्रभावित करते हैं

जानिए कैसे राहु और केतु नौकरी के बदलाव को प्रभावित करते हैं

राहु और केतु का ज्योतिष में महत्वभारतीय ज्योतिष में राहु और केतु को छाया ग्रहों के रूप में जाना जाता है। ये दोनों ग्रह किसी भी कुंडली में विशेष भूमिका…
राशिफल, कुंडली और भारतीय वास्तुशास्त्र का आपसी संबंध

राशिफल, कुंडली और भारतीय वास्तुशास्त्र का आपसी संबंध

1. राशिफल का परिचय और महत्वराशिफल: भारतीय ज्योतिषशास्त्र का आधारराशिफल क्या है?राशिफल, जिसे अंग्रेजी में Horoscope कहा जाता है, भारतीय संस्कृति में ज्योतिषशास्त्र का एक प्रमुख अंग है। यह जातक…
दोष (वात, पित्त, कफ) और राशियों का ज्योतिषीय विश्लेषण

दोष (वात, पित्त, कफ) और राशियों का ज्योतिषीय विश्लेषण

1. दोष (वात, पित्त, कफ) का आयुर्वेदिक परिचयआयुर्वेद भारतीय संस्कृति की प्राचीन चिकित्सा प्रणाली है, जिसमें मानव शरीर और मन के संतुलन को मुख्य रूप से तीन दोषों—वात, पित्त और…
स्वास्थ्य और चिकित्सा में राशियों का प्रयोग: आयुर्वेदिक दृष्टिकोण

स्वास्थ्य और चिकित्सा में राशियों का प्रयोग: आयुर्वेदिक दृष्टिकोण

राशियों की भूमिका आयुर्वेद मेंभारतीय संस्कृति में स्वास्थ्य और चिकित्सा का गहरा संबंध ज्योतिष और राशियों से है। आयुर्वेद, जो भारत की प्राचीन चिकित्सा पद्धति है, उसमें भी राशियों का…