राहु और केतु का पाप प्रभाव: जीवन में उनके नकारात्मक परिणाम

राहु और केतु का पाप प्रभाव: जीवन में उनके नकारात्मक परिणाम

1. राहु और केतु: ज्योतिष में महत्वभारतीय ज्योतिष में राहु और केतु दो ऐसे छाया ग्रह हैं, जिनका उल्लेख वेदों, पुराणों और अन्य धार्मिक ग्रंथों में मिलता है। इन्हें नोड्स…
शनि के पाप प्रभाव और उनसे बचने के वैदिक उपाय

शनि के पाप प्रभाव और उनसे बचने के वैदिक उपाय

1. शनि का ज्योतिषीय और सांस्कृतिक महत्वभारतीय संस्कृति में शनि ग्रह का स्थानभारतीय संस्कृति में शनि ग्रह को न्याय के देवता के रूप में जाना जाता है। शनि को कर्मों…
पाप ग्रहों का वैदिक ज्योतिष में महत्व और उनकी पहचान

पाप ग्रहों का वैदिक ज्योतिष में महत्व और उनकी पहचान

1. पाप ग्रह क्या हैं? - वैदिक ज्योतिष में परिभाषावैदिक ज्योतिष में, पाप ग्रहों का विशेष महत्व है। "पाप ग्रह" उन ग्रहों को कहा जाता है जिनका प्रभाव जीवन में…
चंद्र कुंडली का मनोविज्ञान: आपकी भावनाओं और मन की दशाएँ

चंद्र कुंडली का मनोविज्ञान: आपकी भावनाओं और मन की दशाएँ

1. चंद्र कुंडली का महत्व भारतीय ज्योतिष मेंभारतीय ज्योतिष शास्त्र में चंद्र कुंडली का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है। यह न केवल जातक के जीवन की घटनाओं को दर्शाती है,…
लग्न कुंडली के प्रमुख कारक: आपकी व्यक्तिगत पहचान का मापदंड

लग्न कुंडली के प्रमुख कारक: आपकी व्यक्तिगत पहचान का मापदंड

1. लग्न कुंडली का महत्व भारतीय संस्कृति मेंभारतीय समाज में लग्न कुंडली को बहुत ही विशेष स्थान प्राप्त है। यह केवल विवाह के समय ही नहीं, बल्कि सामाजिक पहचान और…
चंद्र कुंडली बनाम लग्न कुंडली: वैदिक ज्योतिष में मूलभूत अंतर और महत्व

चंद्र कुंडली बनाम लग्न कुंडली: वैदिक ज्योतिष में मूलभूत अंतर और महत्व

1. चंद्र कुंडली और लग्न कुंडली का परिचयभारतीय वैदिक ज्योतिष में जन्मपत्रिका या कुंडली का विशेष महत्व है। दो प्रमुख प्रकार की कुंडलियाँ—चंद्र कुंडली (Moon Chart) और लग्न कुंडली (Lagna…
दशा बदलने पर जीवन में होने वाले बदलावों की गहराई से पड़ताल

दशा बदलने पर जीवन में होने वाले बदलावों की गहराई से पड़ताल

1. दशा का भारतीय ज्योतिष में महत्वदशा क्या है? - एक सरल परिभाषाभारतीय ज्योतिष शास्त्र में दशा शब्द का अर्थ है किसी व्यक्ति के जीवन में ग्रहों की विशेष स्थिति…
जन्म कुंडली में गोचर ग्रहों का विश्लेषण कैसे करें

जन्म कुंडली में गोचर ग्रहों का विश्लेषण कैसे करें

गोचर ग्रहों का परिचय और महत्वभारतीय ज्योतिष में गोचर (Transit) ग्रहों का विश्लेषण करना जन्म कुंडली की समझ को और भी गहरा बनाता है। जब कोई ग्रह अपनी वर्तमान स्थिति…
गोचर और दशा: वैदिक ज्योतिष में उनका महत्व और प्रभाव

गोचर और दशा: वैदिक ज्योतिष में उनका महत्व और प्रभाव

1. गोचर क्या है? : वैदिक ज्योतिष में इसकी परिभाषा और भूमिकागोचर (Transit) वैदिक ज्योतिष का एक महत्वपूर्ण अंग है, जिसे संस्कृत में गोचर-गमन कहा जाता है। यह शब्द मुख्य…
योगों का निर्माण और वैदिक कुंडली में उनकी व्याख्या

योगों का निर्माण और वैदिक कुंडली में उनकी व्याख्या

योगों की परिभाषा और उनके प्रकारवैदिक ज्योतिष में योग एक महत्वपूर्ण अवधारणा है, जो किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में ग्रहों की विशेष स्थितियों और संयोजनों से बनती है। "योग"…