राशि और बच्चों का व्यक्तित्व
भारत में राशि या ज्योतिष का बच्चों के स्वभाव और उनके व्यवहार पर गहरा प्रभाव माना जाता है। हर माता-पिता अपने बच्चे की सही परवरिश चाहते हैं, लेकिन कई बार वे यह नहीं समझ पाते कि उनका बच्चा किस तरह सोचता है या किन चीज़ों को पसंद करता है। यही वजह है कि बच्चों की राशि के अनुसार उनके स्वभाव और आदतों को जानना महत्वपूर्ण हो जाता है।
हर राशि के अनुसार बच्चों के सामान्य गुण
नीचे दी गई तालिका में आप देख सकते हैं कि किस राशि वाले बच्चे में आमतौर पर कौन से गुण पाए जाते हैं:
राशि | प्रमुख स्वभाव | आदतें |
---|---|---|
मेष (Aries) | ऊर्जावान, साहसी, जिज्ञासु | नई चीजें सीखने की इच्छा, खेलकूद में रुचि |
वृषभ (Taurus) | धैर्यवान, जिद्दी, भरोसेमंद | अपनी चीज़ों को सुरक्षित रखना, स्वादिष्ट खाना पसंद करना |
मिथुन (Gemini) | बातूनी, चंचल, बुद्धिमान | नए दोस्त बनाना, सवाल पूछना पसंद करते हैं |
कर्क (Cancer) | संवेदनशील, देखभाल करने वाले, भावुक | परिवार से जुड़ाव, भावनाओं को जल्दी जाहिर करना |
सिंह (Leo) | आत्मविश्वासी, रचनात्मक, नेतृत्वकारी | लोगों का ध्यान आकर्षित करना पसंद करते हैं, एक्टिंग या कला में रुचि रखते हैं |
कन्या (Virgo) | व्यवस्थित, अनुशासनप्रिय, विश्लेषणात्मक | साफ-सफाई का ध्यान रखना, छोटी-छोटी बातों को नोटिस करना |
तुला (Libra) | संतुलित, न्यायप्रिय, सामाजिक | दोस्तों के साथ रहना पसंद करते हैं, झगड़ों से बचना चाहते हैं |
वृश्चिक (Scorpio) | गंभीर, रहस्यमय, दृढ़ निश्चयी | अपनी बातें कम शेयर करते हैं, गहरी दोस्ती बनाते हैं |
धनु (Sagittarius) | खुशमिजाज, स्वतंत्रता पसंद करने वाले, जिज्ञासु | घूमना-फिरना पसंद करते हैं, नए अनुभवों को अपनाना चाहते हैं |
मकर (Capricorn) | महत्वाकांक्षी, जिम्मेदार, मेहनती | अपने लक्ष्यों के लिए मेहनत करना पसंद करते हैं, नियमों का पालन करते हैं |
कुंभ (Aquarius) | अलग सोच रखने वाले, मिलनसार, कल्पनाशील | नई तकनीकों या विचारों में रुचि रखते हैं, दूसरों की मदद करना पसंद करते हैं |
मीन (Pisces) | कलात्मक, संवेदनशील, सहानुभूति रखने वाले | कलाओं में रुचि रखते हैं, दूसरों की भावनाओं को समझते हैं |
माता-पिता के लिए क्यों जरूरी है राशि जानना?
हर माता-पिता को यह जानना चाहिए कि उनके बच्चे की राशि क्या कहती है। इससे वे बच्चे की जरूरतों और आदतों को बेहतर समझ सकते हैं। उदाहरण के लिए:
- स्वभाव के अनुसार परवरिश: अगर बच्चा स्वभाव से शर्मिला है तो उसे जबरदस्ती बाहर भेजने की जगह घर पर उसकी प्रतिभा को उभारने की कोशिश करनी चाहिए।
- रुचियों और आदतों का सम्मान: बच्चों की पसंद-नापसंद को उनकी राशि के अनुसार समझकर माता-पिता उन्हें सही दिशा दे सकते हैं।
- संवाद और मार्गदर्शन: हर बच्चे की संवाद शैली अलग होती है; कोई खुलकर बात करता है तो कोई अपनी बात छुपाता है। राशि जानकर माता-पिता उनसे सही तरीके से संवाद कर सकते हैं।
भारत की पारंपरिक मान्यताओं में भी माना जाता है कि जन्म कुंडली और राशि बच्चों के मानसिक विकास में बड़ी भूमिका निभाती है। इसलिए माता-पिता अगर इन पहलुओं को ध्यान में रखें तो वे अपने बच्चे को बेहतर समझ पाएंगे और उसकी खूबियों को निखार पाएंगे।
2. भारतीय संस्कृति में राशि का महत्व
भारत में राशियों का बच्चों की परवरिश और शिक्षा में विशेष स्थान है। भारतीय परिवारों में यह परंपरा रही है कि बच्चे के जन्म के समय उसकी राशि को देखकर उसके स्वभाव, आदतें और भविष्य से जुड़े कई पहलुओं का अनुमान लगाया जाता है। यह न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से भी इसका गहरा प्रभाव देखने को मिलता है।
राशि और बच्चों का स्वभाव
भारतीय समाज में ऐसा माना जाता है कि हर बच्चे की राशि उसके स्वभाव, सोचने-समझने के तरीके और व्यवहार को प्रभावित करती है। माता-पिता अपने बच्चों की राशि के अनुसार उनकी देखभाल और मार्गदर्शन करने की कोशिश करते हैं। इससे वे बच्चों के गुणों और कमजोरियों को बेहतर समझ पाते हैं।
राशि | संभावित स्वभाव |
---|---|
मेष (Aries) | ऊर्जावान, आत्मविश्वासी, नेतृत्व क्षमता |
वृषभ (Taurus) | धैर्यवान, भरोसेमंद, व्यवहारिक |
मिथुन (Gemini) | बातूनी, जिज्ञासु, अनुकूलनशील |
कर्क (Cancer) | संवेदनशील, देखभाल करने वाले, पारिवारिक |
सिंह (Leo) | आत्मसम्मानी, रचनात्मक, निर्णायक |
शिक्षा में राशियों की भूमिका
भारत में कई माता-पिता अपने बच्चों की पढ़ाई या करियर संबंधी निर्णय लेते समय उनकी राशि का ध्यान रखते हैं। उदाहरण के लिए, यदि किसी बच्चे की राशि अध्ययन के प्रति गंभीरता दिखाती है तो माता-पिता उसे अकादमिक क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। वहीं, अगर किसी राशि के बच्चे में रचनात्मकता ज्यादा होती है तो उसे कला या संगीत जैसे क्षेत्रों में मार्गदर्शन दिया जाता है।
परंपरागत और धार्मिक दृष्टिकोण
भारतीय संस्कृति में पूजा-पाठ, संस्कार एवं त्योहारों में भी राशियों का महत्व देखा जाता है। बच्चे के नामकरण से लेकर उसकी शिक्षा प्रारंभ करने तक कई धार्मिक अनुष्ठान उसकी राशि देखकर ही किए जाते हैं। इससे परिवार को विश्वास मिलता है कि बच्चा सकारात्मक ऊर्जा के साथ आगे बढ़ेगा और उसका भविष्य उज्जवल होगा।
समाज में राशियों का प्रभाव
भारतीय समाज में आज भी विवाह, मित्रता या साझेदारी जैसे निर्णयों में राशियों को महत्व दिया जाता है। इसी तरह बच्चों की संगति, उनके शौक या रूचियों को समझने में भी अभिभावक उनकी राशि से जुड़ी जानकारी का उपयोग करते हैं। इससे बच्चों की परवरिश अधिक व्यक्तिगत और सामंजस्यपूर्ण बनती है।
3. प्रमुख राशियों की सामान्य प्रवृत्तियाँ
मेष (Aries) – साहसी और ऊर्जावान
मेष राशि के बच्चे बहुत ही एक्टिव, जिज्ञासु और निडर होते हैं। उन्हें नयी चीज़ें सीखना अच्छा लगता है। अक्सर ये बच्चे खेलकूद में आगे रहते हैं और चुनौतियों को स्वीकार करने में हिचकिचाते नहीं हैं। कभी-कभी इनकी ऊर्जा माता-पिता के लिए थकाऊ हो सकती है।
व्यवहार उदाहरण:
- खेलते समय हमेशा आगे रहना
- नई जगहों पर जल्दी एडजस्ट होना
- जोश में आकर बहस कर बैठना
वृषभ (Taurus) – शांत और जिद्दी
वृषभ राशि के बच्चों को स्थिरता पसंद होती है। ये अपने रूटीन और पसंदीदा चीज़ों से जुड़े रहते हैं। बदलाव इन्हें कम पसंद आता है। इनका स्वभाव शांत होता है लेकिन जब ये कुछ ठान लें तो जिद भी दिखा सकते हैं।
व्यवहार उदाहरण:
- अपनी फेवरेट टॉय या खाने की चीज़ छोड़ने में दिक्कत होना
- धीरे-धीरे काम करना, बिना जल्दबाजी के
- नई चीज़ ट्राई करने से झिझकना
मिथुन (Gemini) – मिलनसार और बातूनी
मिथुन राशि के बच्चे बहुत ही सोशल होते हैं और बात करना इन्हें पसंद होता है। ये अपने सवालों से सभी को चौंका सकते हैं और नए दोस्त बनाने में माहिर होते हैं। कई बार इनका ध्यान जल्दी भटक जाता है।
व्यवहार उदाहरण:
- हर किसी से दोस्ती करना
- लगातार सवाल पूछना
- कई बार एक खेल छोड़कर दूसरा शुरू कर देना
कर्क (Cancer) – संवेदनशील और देखभाल करने वाले
कर्क राशि के बच्चे भावुक और घर से जुड़े होते हैं। इन्हें परिवार का साथ पसंद आता है। अगर कोई परेशान हो तो ये उसकी मदद करने के लिए तैयार रहते हैं। कभी-कभी इनके मूड जल्दी बदल जाते हैं।
व्यवहार उदाहरण:
- माता-पिता से चिपके रहना
- दूसरों की मदद करना, खासकर छोटे भाई-बहनों की
- जब कोई बात बुरी लग जाए तो चुप हो जाना या रो पड़ना
सिंह (Leo) – आत्मविश्वासी और नेतृत्वकर्ता
सिंह राशि के बच्चे स्वाभाविक लीडर होते हैं। इन्हें तारीफ़ सुनना अच्छा लगता है और अपनी पहचान बनाना चाहते हैं। ये खुले दिल से दूसरों के साथ रहते हैं लेकिन कभी-कभी ध्यान आकर्षित करने की चाहत ज्यादा हो सकती है।
व्यवहार उदाहरण:
- टीम गेम्स में लीडर बनना पसंद करना
- अपने काम की तारीफ़ सुनना चाहना
- अगर नजरअंदाज किया जाए तो दुखी हो जाना
कन्या (Virgo) – व्यवस्थित और जिम्मेदार
कन्या राशि के बच्चे अनुशासनप्रिय होते हैं, सफाई पसंद करते हैं और हर काम को सही तरीके से करना चाहते हैं। छोटी-छोटी गलतियां भी इन्हें परेशान कर सकती हैं। ये अपने दोस्तों की भी मदद करते हैं।
व्यवहार उदाहरण:
- अपनी किताबें/खिलौने सही जगह रखना
- होमवर्क समय पर पूरा करना
- अगर कुछ गड़बड़ हो जाए तो चिंता करना
राशि का नाम | प्रमुख आदतें/स्वभाव |
---|---|
मेष (Aries) | साहसी, ऊर्जावान, उत्साही |
वृषभ (Taurus) | शांत, जिद्दी, स्थिरता पसंद |
मिथुन (Gemini) | बातूनी, मिलनसार, जिज्ञासु |
कर्क (Cancer) | संवेदनशील, देखभाल करने वाले, भावुक |
सिंह (Leo) | आत्मविश्वासी, नेतृत्वकर्ता, खुले दिल वाले |
कन्या (Virgo) | व्यवस्थित, जिम्मेदार, अनुशासनप्रिय |
तुला (Libra) | संतुलित, मिलनसार, न्यायप्रिय |
वृश्चिक (Scorpio) | गंभीर, जिज्ञासु, गहरे सोचने वाले |
धनु (Sagittarius) | स्वतंत्र, घुमक्कड़ प्रवृत्ति, आशावादी |
मकर (Capricorn) | मेहनती, अनुशासनप्रिय, जिम्मेदार |
कुंभ (Aquarius) | अनूठे विचारों वाले, समाजसेवी स्वभाव के |
मीन (Pisces) | कल्पनाशील, सहानुभूतिपूर्ण, संवेदनशील |
तुला (Libra) – संतुलित और दोस्ताना व्यवहार वाले
तुला राशि के बच्चों को मेल-जोल बहुत पसंद होता है। ये संतुलित सोच रखते हैं तथा झगड़ों से बचने की कोशिश करते हैं। न्यायप्रियता इनमें जन्मजात होती है। अगर ग्रुप में कोई अनफेयर बिहेवियर करे तो तुरंत नोटिस करते हैं।
व्यवहार उदाहरण:
- दोस्तों के झगड़े सुलझाने की कोशिश करना
- हर किसी को साथ लेकर चलना चाहना
- अगर किसी को अकेला महसूस होता देख लें तो उसके पास जाना
वृश्चिक (Scorpio) – गंभीर और रहस्यपूर्ण
वृश्चिक राशि के बच्चे गहरे विचारों वाले होते हैं तथा अपनी भावनाएं छुपाकर रखते हैं। इनकी याददाश्त तेज होती है और जो बात इन्हें अच्छी या बुरी लगे उसे भूलते नहीं हैं। ये अपने करीबियों का बहुत ख्याल रखते हैं।
व्यवहार उदाहरण:
- चुपचाप अपनी दुनिया में खोये रहना
- कोई सीक्रेट शेयर ना करना
- जिससे नाराज हों उससे दूरी बना लेना
धनु (Sagittarius) – स्वतंत्र विचारों वाले और घुमक्कड़ प्रवृत्ति के
धनु राशि के बच्चे एडवेंचर पसंद करते हैं तथा नई-नई चीज़ें एक्सप्लोर करने में विश्वास रखते हैं। इन्हें बाहर घूमना एवं खेल-कूद पसंद आता है। कई बार इनकी बातें माता-पिता को बचकानी लग सकती है पर असल में वे सपने देखने वाले होते हैं।
व्यवहार उदाहरण:
- हमेशा बाहर खेलने जाना चाहना
- नई जगहों पर जाने का उत्साह दिखाना
- लंबे समय तक एक जगह टिक कर न बैठ पाना
मकर (Capricorn) – जिम्मेदार एवं मेहनती
मकर राशि के बच्चों में छोटी उम्र से ही अनुशासन व जिम्मेदारी देखने को मिलती है। ये हर काम योजना बना कर करते हैं एवं माता-पिता की उम्मीदों पर खरे उतरने की कोशिश करते हैं।
व्यवहार उदाहरण:
- स्कूल व अन्य कार्य समय पर पूरे करना
- अपनी चीज़ों को संभाल कर रखना
- परिवार की मदद करने में आगे रहना
कुंभ (Aquarius) – स्वतंत्र सोच वाले एवं समाजसेवी स्वभाव
कुंभ राशि के बच्चों की सोच सबसे अलग होती है। ये दूसरों की मदद करना पसंद करते हैं एवं अपने विचार खुलकर रखते हैं। कई बार इनके आइडियाज माता-पिता को अजीब भी लग सकते हैं।
व्यवहार उदाहरण:
- समूह गतिविधियों में भाग लेना
- समस्याओं का हल ढूंढने में रुचि लेना
- सबको बराबरी से ट्रीट करना
मीन (Pisces) – कल्पनाशील एवं सहानुभूतिपूर्ण
मीन राशि के बच्चों की कल्पना शक्ति बेहद तीव्र होती है एवं वे दूसरों का दर्द समझते हैं। वे अक्सर कहानियों या कला में डूबे रहते हैं।
व्यवहार उदाहरण:
- चित्र बनाना या कहानी सुनाना पसंद करना
- अगर कोई रो रहा हो तो उसे चुप कराने जाना
- अपनी दुनिया में खोये रहना
माता-पिता अपने बच्चों की राशि के अनुसार कैसे मार्गदर्शन करें?
हर बच्चे की राशि उसके स्वभाव, सोचने के तरीके और पसंद-नापसंद में बड़ी भूमिका निभाती है। भारतीय संस्कृति में राशियों का महत्व बहुत गहरा है और अगर माता-पिता अपने बच्चों की राशि को ध्यान में रखते हुए उनकी परवरिश करें, तो बच्चा सही दिशा में आगे बढ़ सकता है। यहां हम कुछ आसान और व्यावहारिक सुझाव दे रहे हैं:
राशि अनुसार परवरिश के टिप्स
राशि | स्वभाव | अभिभावकों के लिए सुझाव |
---|---|---|
मेष (Aries) | ऊर्जावान, जिज्ञासु, नेतृत्व गुणों से भरपूर | उनकी ऊर्जा को सकारात्मक दिशा दें, खेल-कूद या रचनात्मक गतिविधियों में भाग लेने दें। उन्हें छोटी-छोटी जिम्मेदारियां देकर आत्मविश्वास बढ़ाएं। |
वृषभ (Taurus) | धैर्यवान, जिद्दी, कला प्रिय | उनके धैर्य की सराहना करें, लेकिन बदलाव के लिए प्रेरित करें। कला या संगीत जैसी गतिविधियों में रुचि जगाएं। |
मिथुन (Gemini) | बातूनी, जिज्ञासु, दोस्ताना | उनसे बातचीत करें, सवालों का उत्तर दें और नई चीजें सिखाएं। उन्हें पढ़ने-लिखने और ग्रुप एक्टिविटीज़ में शामिल करें। |
कर्क (Cancer) | संवेदनशील, भावुक, घर से लगाव रखने वाले | इन्हें भावनात्मक सुरक्षा दें, घर का वातावरण शांत और प्यार भरा रखें। इनके साथ समय बिताएं और उनकी भावनाओं की कद्र करें। |
सिंह (Leo) | आत्मविश्वासी, रचनात्मक, नेतृत्व करने वाले | इन्हें मंच प्रदान करें—डांस, ड्रामा या स्पोर्ट्स में भाग लेने दें। तारीफ करें और उनके टैलेंट को उभारें। |
कन्या (Virgo) | व्यवस्थित, समझदार, आलोचनात्मक सोच वाले | इन्हें जिम्मेदारी सौंपें—जैसे किताबें व्यवस्थित करना या छोटा सा प्रोजेक्ट देना। इनके ऑर्गेनाइजेशन स्किल्स को बढ़ावा दें। |
तुला (Libra) | संतुलित, मिलनसार, न्यायप्रिय | समूह में काम करने की आदत डालें, दोस्ती के महत्व को समझाएं और निर्णय लेने में सहयोग करें। |
वृश्चिक (Scorpio) | गंभीर, रहस्यमय, इच्छाशक्ति मजबूत | इनकी भावनाओं को समझें और सीक्रेट्स शेयर करने की आदत डालें। विश्वास बनाए रखें और सकारात्मक दिशा दिखाएं। |
धनु (Sagittarius) | खुशमिजाज, साहसी, स्वतंत्र विचार वाले | इनको नए अनुभव देने की कोशिश करें—घूमने ले जाएं या नई चीजें सिखाएं। इनके विचारों को सम्मान दें। |
मकर (Capricorn) | परिश्रमी, अनुशासित, महत्वाकांक्षी | टाइम टेबल बनवाएं और लक्ष्य निर्धारित करने की आदत डालें। सफलता पर प्रोत्साहित करें लेकिन दबाव न बनाएं। |
कुंभ (Aquarius) | रचनात्मक, स्वतंत्र सोच वाले, इनोवेटिव | नई-नई एक्टिविटीज़ ट्राय करने दें और उनकी क्रिएटिविटी को बढ़ावा दें। टेक्नोलॉजी या विज्ञान में रुचि जगाएं। |
मीन (Pisces) | कल्पनाशील, संवेदनशील, दयालु स्वभाव के | इनकी कल्पना शक्ति का सम्मान करें—पेंटिंग या कहानी लेखन जैसे कार्यों में शामिल करवाएं। भावना व्यक्त करने का मौका दें। |
बच्चों की आदतों को सकारात्मक रूप से कैसे निखारें?
- उन्हें सुनें: हर बच्चे की बात ध्यान से सुनना चाहिए ताकि वे खुलकर अपनी बातें रख सकें।
- प्रोत्साहन दें: बच्चे जब कुछ अच्छा करते हैं तो उनकी सराहना जरूर करें।
- संवाद रखें: परिवार में संवाद बना रहे ताकि बच्चा अपनी समस्याएँ साझा कर सके।
- भारतीय संस्कृति से जोड़ें: त्योहारों और पारिवारिक मूल्यों से बच्चों को परिचित कराएं।
- धैर्य रखें: बच्चों की गलतियों पर गुस्सा न हों बल्कि उन्हें सुधारने का मौका दें।
- {{राशी}} विशिष्ट जरूरतों का ध्यान: हर राशि के अनुसार अलग-अलग जरूरत हो सकती है; उसे समझना जरूरी है।
इस तरह माता-पिता अपने बच्चों की राशि के अनुसार उनकी देखभाल कर सकते हैं और उनकी खूबियों को उभार सकते हैं। सही मार्गदर्शन से बच्चा जीवन में संतुलित और सफल बन सकता है।
5. भारतीय समाज में राशियों को लेकर भ्रांतियाँ और सच्चाई
भारतीय संस्कृति में राशियों का बहुत महत्व है, खासकर जब बच्चों के स्वभाव और आदतों की बात आती है। लेकिन अक्सर माता-पिता और समाज में कुछ आम भ्रांतियाँ या मिथक भी जुड़ जाते हैं। आइए जानते हैं कि ये रूढ़ियाँ क्या हैं और उनकी सच्चाई क्या है।
राशियों के बारे में आम रूढ़ियाँ और उनकी हकीकत
राशि | आम रूढ़ि (मिथक) | सच्चाई |
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मेष (Aries) | सिर्फ जिद्दी होते हैं | वे ऊर्जा से भरपूर होते हैं, लेकिन हर बच्चे का व्यवहार अलग हो सकता है। |
वृषभ (Taurus) | बहुत आलसी होते हैं | वे स्थिरता पसंद करते हैं, लेकिन मेहनती भी हो सकते हैं। |
मिथुन (Gemini) | हमेशा चंचल रहते हैं | वे सीखने में तेज़ होते हैं, पर शांत भी रह सकते हैं। |
कर्क (Cancer) | हर समय भावुक रहते हैं | वे संवेदनशील ज़रूर हैं, पर मजबूत भी हो सकते हैं। |
सिंह (Leo) | हमेशा ध्यान चाहते हैं | उनमें आत्मविश्वास होता है, पर वे टीम वर्क भी अच्छे से कर सकते हैं। |
कन्या (Virgo) | बहुत ज्यादा सोचते हैं | वे व्यवस्थित होते हैं, पर जरूरत पड़ने पर लचीले भी हो सकते हैं। |
तुला (Libra) | निर्णय नहीं ले पाते | वे संतुलन पसंद करते हैं, लेकिन सही दिशा चुन सकते हैं। |
वृश्चिक (Scorpio) | बहुत गुस्से वाले होते हैं | उनमें जुनून होता है, लेकिन वे प्रेमपूर्ण भी हो सकते हैं। |
धनु (Sagittarius) | अति उत्साही होते हैं | वे आज़ाद ख्याल रखते हैं, पर जिम्मेदार भी बन सकते हैं। |
मकर (Capricorn) | केवल पढ़ाई-लिखाई में ही अच्छे होते हैं | वे व्यावहारिक होते हैं, लेकिन खेल-कूद में भी रुचि रख सकते हैं। |
कुंभ (Aquarius) | अलग-थलग रहते हैं | वे नवाचारी होते हैं, मगर दोस्त बनाने में माहिर भी हो सकते हैं। |
मीन (Pisces) | केवल सपनों में खोए रहते हैं | वे कल्पनाशील ज़रूर होते हैं, पर यथार्थवादी फैसले भी ले सकते हैं। |
आज के समय में इनका क्या स्थान है?
आजकल भारतीय माता-पिता अपने बच्चों की राशि जानने के साथ-साथ उनके स्वभाव और आदतें समझने की कोशिश करते हैं। हालांकि राशियों के आधार पर बच्चों के बारे में कई बातें कही जाती रही हैं, लेकिन यह समझना जरूरी है कि हर बच्चा अलग होता है और उसके स्वभाव को केवल राशि से पूरी तरह नहीं समझा जा सकता। राशियाँ एक गाइडलाइन जरूर देती हैं, मगर बच्चे का विकास उसके पालन-पोषण, शिक्षा और सामाजिक माहौल पर भी निर्भर करता है। इसलिए राशि को एक मददगार उपकरण की तरह देखें, न कि अंतिम सत्य की तरह।